जयपुर। संयुक्त अभिभावक संघ ने शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री बी.डी. कल्ला को पत्र लिखकर राज्य के सभी निजी और सरकारी स्कूलों में ‘पुस्तक बैंक’ स्थापित करने की मांग की है। संयुक्त अभिभावक संघ का मानना है कि स्कूलों में ‘पुस्तक बैंक’ स्थापित होने से साक्षरता दर में ना केवल बढ़ोतरी होगी बल्कि जरूरतमंद बच्चों और अभिभावकों को व्यापक मदद भी मिलेगी।
प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली पुस्तकों में ज्ञान का भंडार है, इन्ही पुस्तकों के माध्यम से बच्चे साक्षर बनते है और भविष्य का निर्माण करते है। ऐसी ज्ञान की पुस्तकों का भंडार रद्दी में कभी भी नहीं बिकना चाहिए और इसका मौल भी नहीं लगना चाहिए क्योंकि यह भंडार अनमोल है, अलौकिक है। राज्य सरकार को स्कूलों में ‘पुस्तक बैंक’ स्थापित कर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए और प्रत्येक अभिभावकों को इन बैंकों से जोड़कर जरूरतमंद बच्चों और अभिभावकों की मदद करनी चाहिए। ऐसा करने से ना केवल बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण पर रोक लगाई जा सकती है बल्कि ऐसा करने से बढ़ती महंगाई के दौर इस अतिरिक्त भार को दूर कर अभिभावकों की मदद भी की जा सकती है।