हार्ट अटैक के दर्द को समझना जरूरी : डॉ. प्रेम रतन

जयपुर। सीने में दर्द महसूस होने पर हार्ट अटैक की आशंका से घबराहट होने लगती है, लेकिन हर दर्द हार्ट अटैक नहीं होता है। फिर कैसे पता करें कि कब हार्ट अटैक की स्थिति बनी है और तुरंत अस्पताल जाना चाहिए। कुछ ऐसी ही हृदय संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दीं कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रेम रतन ने। वे ‘हाउ टू कीप योर हार्ट हैल्दी ऑफ्टर कोविड’ विषय पर इंटरएक्टिव सेशन को संबोधित कर रहे थे। जवाहर सर्किल स्थित इंटरनल हॉस्पिटल तथा सतपक्ष पत्रकार मंच के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को हॉस्पिटल स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित इस सेशन में डॉ. प्रेम रतन ने प्रतिभागियों के प्रश्नों के जवाब भी दिए। उन्होंने कहा कि जबड़े से लेकर सीने तक के किसी भी भाग में यदि जकडऩ जैसा तेज दर्द हो रहा हो, तेज खिंचाव जैसा महसूस हो रहा हो, तो इसे हार्ट अटैक ही मानते हुए तुरंत हॉस्पिटल जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे दर्द को गैस संबंधी समस्या या अन्य छोटी समस्या मानने की भूल ना करें। हार्ट अटैक के दर्द को समझना बहुत जरूरी है क्योंकि यह किसी की जिंदगी का सवाल होता है।
उन्होंने बताया कि आजकल अत्याधुनिक तकनीक से ऐसे ब्लाकेज में भी स्टेंट सफलतापूर्वक लगा दिया जाता है, जिसके लिए कुछ वर्षों पहले मना कर दिया जाता था। डॉ. प्रेम ने कहा कि हृदय रोग से बचाव का सबसे कारगर उपाय है- वॉर्किंग। तेज कदमों से करीब आधा घंटे में 3-4 किमी चलने से हृदय रोग से बचा जा सकता है। 7-8 घंटे की पूरी नींद भी जरूरी है। साथ ही उन्होंने फास्ट फूड से बचने तथा फल-सब्जियों का ज्यादा इस्तेमाल करने की सलाह दी। प्रतिभागियों के सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि किसी को हार्ट अटैक आने पर सीपीआर देकर हार्ट को पंप करते रहना चाहिए, जब तक कोई मेडिकल सहायता नहीं मिल जाए। सेशन के अंत में उन्होंने एक डमी पर सीपीआर करने का डेमो भी दिया। सेशन के अंत में सतपक्ष पत्रकार मंच के अध्यक्ष अनिल यादव व कार्यक्रम संयोजक ओमवीर भार्गव ने आभार जताया।

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