खेलों से होता है सर्वांगीण विकास : डा. बी.एस. तोमर

जयपुर। निम्स विश्वविद्यालय एवं हॉस्पिटल में खेल प्रतियोगिता “स्पर्धा-2022” का शुभारंभ बड़े धूमधाम से किया गया। विश्वविद्यालय के चांसलर डा. बी.एस. तोमर ने मशाल रोशन कर, गुब्बारे उड़ा कर और केक काट कर शुभारंभ किया। प्रतियोगी टीमों ने मार्च पास्ट कर अतिथियों को सलामी दी। खेल प्रतियोगिता में 16 खेल आयोजित किए जाएंगे। इनमें 11 टीमों के एक हजार से अधिक छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए चांसलर डा. बी.एस. तोमर ने कहा कि जीवन में खेल उतने ही जरूरी हैं जितना कि पढ़ना। उन्होंने खेलोगे-कूदोगे बनोगे खराब की कहावत को तर्कहीन बताते हुए कहा कि देश के खिलाडियों ने पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे बनोगे खराब की पुरानी कहावत को गलत साबित कर दिया है। देश की युवा पीढ़ी ने खेलों के जरिए अपने देश, समाज और परिवार का नाम रोशन किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह दिमाग के सही विकास के लिए शिक्षा जरूरी है, उसी तरह शारीरिक विकास के लिए खेल महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को इस तरह उत्साह में देख कर मैं बहुत खुश और उत्साहित हूं। उन्होंने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि मैं चाहता हूं कि इस कैंपस से भी राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी सामने आएं।

निम्स में स्पर्धा-2022 का धूमधाम से शुभारंभ

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निदेशक डा. अनुराग तोमर ने बच्चों से कहा कि शिक्षा के माध्यम से हम टीम भावना नहीं सीख सकते, लेकिन खेल के माध्यम से यह संभव है। खेल व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक क्षमता के प्रतीक होते हैं इसलिए खेल की भावना से खेल खेलने चाहिए। खेल के दौरान मन में द्वेष की भावना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि निम्स में खेल के लिए बेहतर माहौल तैयार करने के लिए हर संभव प्रयास किए गए हैं। निम्स परिसर में राष्ट्रीय स्तर का जिम, स्वीमिंग पूल आदि सहित सभी खेलों के अत्याधुनिक उपकरण मौजूद हैं। कार्यक्रम में निम्स की प्रबंध निदेशक डा. शोभा तोमर, पीवीसी डा. सुनील शर्मा, रजिस्ट्रार डा. संदीप त्रिपाठी सहित अनेक अधिकारी, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं। कार्यक्रम का संचालन उपनिदेशक आशीष माथुर ने किया। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

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