जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को जयपुर में राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश के युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कम्प्यूटिंग, साइबर सिक्योरिटी, रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में उन्नत व उभरती प्रौद्योगिकी सीखने का अवसर मिलेगा। इन क्षेत्रों की बड़ी कंपनियों के विशेषज्ञों द्वारा युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे युवाओं को रोजगार के उत्कृष्ट अवसर मिलेंगे और वे राज्य के विकास में अहम भूमिका निभा सकेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनकल्याणकारी योजना तकनीक के माध्यम गांव-ढाणी तक पहुंचाकर लाभान्वित करना हमारी मुख्य प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने किया राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के आईटी क्रांति के जनक स्व. राजीव गांधी के जन्मदिवस पर इस संस्थान का उद्घाटन उनको सच्ची श्रद्धांजलि है। स्व. राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल में देश को आईटी के माध्यम से विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में लाने का स्वप्न देखा था। यह उनके विजन और दूरदृष्टि का ही परिणाम है कि आज आईटी के क्षेत्र में भारतीय युवाओं की प्रतिभा का लोहा पूरे विश्व ने माना है। गहलोत ने संस्थान का अवलोकन कर विद्यार्थियों और प्रशिक्षकों से संवाद भी किया। गहलोत ने संस्थान से जुड़कर विद्यार्थियों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण दे रही कंपनियों के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनके साथ बेहतरीन समन्वय के साथ कार्य कर रही है, आगे और कंपनियों को भी संस्थान से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि संवेदनशील, पारदर्शी तथा जवाबदेह प्रशासन देने में आईटी की महत्वपूर्ण भूमिका है।
राजस्थान बन रहा आईटी हब
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्नत उपरकणों, अनुभवी प्रशिक्षकों व विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर से युक्त संस्थान में ओरेकल, वीएम वेयर, एसएएस, रेडहैट, सिस्को, ऑटोफिना जैसी विश्वस्तरीय आईटी कंपनियां ट्रेनिंग पार्टनर के रूप में प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही हैं। वर्तमान में 185 विद्यार्थी संस्थान में प्रशिक्षण कार्यक्रमों का निःशुल्क लाभ ले रहे हैं। यह सेंटर युवाओं, कामकाजी पेशेवरों व सरकारी कर्मचारियों को आईटी उद्योग की मांग के अनुसार तैयार करने के लिए जरूरी तकनीकी स्किल्स सिखाने में फिनिशिंग स्कूल के रूप में कार्य कर रहा है। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में आईटी सेक्टर को मजबूत करने के लिए जोधपुर में 650 करोड़ रूपये की लागत से फिनटैक यूनिवर्सिटी का निर्माण शुरू होने जा रहा है। इसके अलावा संभागीय मुख्यालयों पर भी जल्द ही राजीव गांधी के नाम से आईटी शिक्षा के संस्थान स्थापित किए जाएंगे। इस अवसर पर ओरेकल, रेडहेट, सिस्को, वीएम वेयर, एसएएस और ऑटोफिना कंपनियों के उच्चाधिकारियों ने राज्य सरकार की अनुकरणीय पहल के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि आर-केट की स्थापना प्रदेश के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए वरदान साबित होगी। समारोह में मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि राज्य के आईटी क्षेत्र के लिए यह ऐतिहासिक दिन है। इस फिनिशिंग स्कूल की स्थापना प्रदेश के युवाओं को और आगे ले जाएगी। वित्त विभाग के प्रमुख शासन सचिव अखिल अरोड़ा ने कहा कि वर्तमान में आईटी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक सशक्तिकरण के लिए मजबूत माध्यम बन गया है। इस अवसर पर वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल व देशभर से आए सूचना प्रौद्योगिकी विशेषज्ञ उपस्थित थे।