इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर लाइफ साइंसेज की 13वीं वार्षिक बैठक एवं अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस संपन्न

जयपुर। इंटरनेशनल सोसायटी फॉर लाइफ साइंसेज, राजस्थान विश्वविद्यालय के राजस्थान अध्ययन केंद्र व वनस्थली विश्वविद्यालय और आईआईएस यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस “इंपैक्ट्स ऑफ एनवायरमेंट, फूड एंड न्यूट्रिशन ऑन ह्यूमन हेल्थ” के समापन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए राजस्थान सरकार के राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन डॉ. खानू खान बुधवाली ने आयोजकों को एक महत्वपूर्ण विषय पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी करने के लिए बधाई दी एवं भोजन को सर्वोच्च प्राथमिकता दिए जाने के अनेकों उदाहरण युवाओं को बताए। डॉ. खानू खान ने भोजन को स्वाद के लिए नहीं बल्कि शारीरिक शक्ति के लिए उपयोग में लिए जाने के महत्व को रेखांकित किया। भोजन में ताजगी तथा शुद्धता होनी आवश्यक है एवं क्षेत्रीय अनाजों में जो शक्ति है वह डिब्बा पैक भोजन में नहीं हो सकती है।

हमारे स्थानीय अनाजों की पोषक क्षमता ज़बरदस्त है : डॉ. ख़ानू खान बुधवाली

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही राजस्थान विश्वविद्यालय के प्राणिशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सीमा श्रीवास्तव ने मानवीय स्वस्थ्य को सुदृढ़ बरकरार रखने में भोजन, पोषण और पर्यावरण के परस्पर संबंध एवं इनकी उपयोगिता को बताया। अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस के चेयरमैन प्रोफेसर मनोज कुमार पंडित डायरेक्टर आई जी एस आर ने अतिथि गण एवं प्रतिभागियों का स्वागत संबोधन किया। अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के संयोजक डॉ. मुकेश कुमार शर्मा ने बताया की कॉन्फ्रेंस में देश विदेश के लगभग 450 प्रतिभागियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए एवं पोस्टरों तथा व्याख्यानों द्वारा परस्पर संवाद कायम किया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कानपुर एवं गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति तथा इंटरनेशनल सोसायटी फॉर लाइफ साइंसेज के अध्यक्ष प्रोफेसर अशोक कुमार ने अपने वक्तव्य में युवाओं को अपनी अध्ययन-शोध जिम्मेदारियों के साथ जनकल्याण कार्यक्रमों में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया। इंटरनेशनल सोसायटी फॉर लाइफ साइंसेज के महासचिव डॉ. हेमंत पारीक ने बताया कि- सोसाइटी विभिन्न आयाम पर कार्य कर रही है, जिसमें युवा वर्ग में इनोवेशन तथा उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए “लेट्स स्टार्ट” के नाम से सेंटर प्रारंभ किया गया है जिसकी निदेशक प्रोफेसर विद्या पाटनी को बनाया गया है यह सेंटर लगातार युवाओं को सहयोग एवं प्रोत्साहन प्रदान करेगा। इस अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस के दौरान “लेट्स स्टार्ट” सेंटर द्वारा एक वर्कशॉप का आयोजन भी किया गया जिसमें 200 युवा प्रतिभागियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के दौरान डॉ प्रदीप पिलानिया, डॉक्टर नीलम चतुर्वेदी, डॉक्टर केसर चाहल, डॉक्टर पल्लवी कौशिक, डॉक्टर नीतू कच्छावा, डॉ प्रियदर्शी मीणा को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम में कॉन्फ्रेंस की संयोजिका डॉ. प्रियंका माथुर ने चार दिवसीय कॉन्फ्रेंस की गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी की आयोजन सचिव डॉ. शशि मीना ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

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