डायबिटीज से लेकर कैंसर तक से बचने के टिप्स


डायबिटीज : हर 30 मिनट में काम से ब्रेक लेकर शरीर को स्ट्रेच करें

मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 10 करोड लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। लगभग 13 करोड़ लोग प्री-डायबिटीज स्टेज पर हैं। इससे बचने के लिए यह कदम उठाए जा सकते हैं- • लगातार बैठकर काम करने की आदत बदलें, हर 30 मिनट में ब्रेक लें। शरीर को स्ट्रेच करें, 1 मिनट तक हल्का व्यायाम करें। • रोज 6 से 7 घंटे की नींद पूरी करें।

• भोजन में स्टार्च की मात्रा को कम करें, ट्रांस फैट के सेवन से बचे। आहार में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं।

• शक्कर एवं गुड़ के सेवन को सीमित करें। इनमें कैलोरी अधिक होती है, इनके मेटाबोलिज्म से लिवर में चर्बी का जमाव होता है और डायबिटीज का रिस्क बढ़ता है। रोज 25 ग्राम या इससे कम मात्रा में इनका सेवन करें।

(डॉ. सुनील एम जैन, मधुमेह एवं हॉर्मोन विशेषज्ञ, टोटल डायबिटीज हॉर्मोन  इंस्टीट्यूट, इंदौर)

हृदय रोग: खतरे को 80 प्रतिशत तक कम करते हैं ये पांच तरीके

हृदय रोग भारत में मृत्यु का प्रमुख कारण है, जो देश भर में हृदय रोगों (सीबीडी) के महत्वपूर्ण बोझ को दर्शाता है। एरिजोना विश्वविद्यालय की स्टडी के अनुसार इन पांच तरीकों से आप इसके खतरे को 80 फीसदी तक कम कर सकते हैं:

• धूम्रपान न करने से खतरा 36% तक कम होता है।

• फल, सब्जियां, फलियां, नट्स, कम फैट वाले डेयरी उत्पाद, साबुत अनाज से खतरा 18% तक घटता है।

.• पुरुषों की कमर 37 इंच या उससे कम और महिलाओं की 35 इंच या उससे कम होने से खतरा 12% घटता है।

• अल्कोहल का सेवन न करने से 11% कमी आती है।

• रोज करीब 50 मिनट व्यायाम से खतरा 3% कम हो जाता है।

• इस बात का ध्यान रखें कि आपकी रोजाना की डाइट में फल और सब्जियां जरूर हों। प्रोसेस्ड फूड कम से कम हों।

(डॉ. रमाकांत पांडा, चेयरमैन, एशियन हार्ट इंस्टीटयूट, मुंबई)

किडनी: डॉक्टर की सलाह के बिना कभी न लें कोई पेनकिलर

तनाव, गंदे पानी और खराब आहार के कारण किडनी की बीमारियां बहुत आम हो गई हैं। स्वयं दवा लेना और नियमित स्वास्थ्य जांच न करवाना भी किडनी रोगों के लिए जिम्मेदार है। अपनी किडनी की सेहत के लिए इन बातों का ध्यान रखिए-

• डॉक्टर की सलाह के बिना कोई भी दवा न लें। बिना सलाह के ली गई दर्द निवारक, एंटीबायोटिक्स से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है।

• लू, शरीर में पानी की कमी, दस्त और उल्टी के कारण किडनी खराब हो सकती है। रोज कम से कम दो से ढाई लीटर पानी पीना महत्वपूर्ण है। यदि आप बहुत गर्मी वाले क्षेत्र में काम कर रहे हैं तो अधिक पानी पीना चाहिए।

• अधिक नमक खाने से उच्च रक्तचाप हो सकता है जो किडनी को प्रभावित करता है। ब्लडप्रेशर, शुगर की नियमित जांच जरूरी है।

(डॉ. अनंत कुमार, किडनी ट्रांसप्लांट सर्जन, मैक्स हॉस्पिटल, दिल्ली)

कैंसर : हर साल 22 लाख मरीज, टीके व बचाव दोनों जरूरी 

डब्ल्यूएचओ के अनुसार दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में 2020 में कैंसर के 22 लाख नए मामले और 14 लाख मौतें दर्ज की गई। कैंसर से बचाव के लिए यह तरीके अपनाएं

• तंबाकू से बचें। नियमित एक्सरसाइज करें। मोटापे से कई प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए मोटापे और वजन पर नियंत्रण रखें।

• हार्वर्ड के अनुसार गाय का दूध, मशरूम, अंडे की गर्दी, सुबह की धूप में विटामिन डी होता है। विटामिन डी से प्रोस्टेट कैंसर, कोलन कैंसर का खतरा कम होता है।

'टीके भी कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करते हैं। ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) वैक्सीन अधिकांश सर्वाइकल कैंसर और कई अन्य प्रकार के कैंसर को रोकने में मदद करती है। हेपेटाइटिस बी का टीका लिवर कैंसर के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।

(डॉ. देबाशीष चौधरी, सीनियर कंसल्टेंट ऐड क्लिनिकल लीड, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम)